शुक्रवार, 31 मई 2013






यदि राजनीती से ऊपर उठकर देश नीति पर काम नहीं किया गया तो देश के गुलामी के दिन ज्यादा दूर नहीं हमारा इतिहाश इसबात का स्वयं शाक्छी है


  नशा करने का होसला नहीं फिरभी नसेड़ी बने है नशा शराब और तम्बाकू  में नहीं ये तो देश भक्ति में है दम है तो करो नशा हम साथ है 

गुरुवार, 30 मई 2013






देश क्या सदैव भगवान् भरोषे ही चलता रहेगा ...? आतंक हत्या लूट पर शाशन का कोई अंकुश नहीं तो ऐसी सरकारों की जरुरत क्या है ..?

मंगलवार, 28 मई 2013







 देश की दशा दिशा सुधारने मगर मच्छी आंसू बहाने और शोक संवेदनाओ से कुछ नहीं होगा शक्ति का परिचय दे आतंकियों को वोट हेतु पालना देश द्रोह जैसा कृत्य है 

सोमवार, 27 मई 2013

रविवार, 19 मई 2013






 भारत में पहली साँस से अन्तिम साँस तक भ्रस्टाचार का बोल बाला है दोषी कौन कोई और या हम खुद ....?