सोमवार, 24 फ़रवरी 2014





                                       देश भक्ति रास्ट्र हित में एक बकबास और ------?
                                      आओ रुदन करे देश के विनाश कि गणना ना करे ----?
       इन्तज़ार करे हम अपने विलुप्त होने का क्यों कि हम अहंकारी परन्तु कमजोर हिन्दू है -------?
अजेय भारत पर सिन्धु के शासक दाहिर पर 712 में मोहम्मद मीर कासिम द्वारा आक्रमण हुआ और अजेय भारत का शक्ति शाली शासक बिदेशी मलेच्छ के हांथो पराजित हुआ तब बाकि हिन्दू राजाओं ने जश्न मनाया और उनके इसी जश्न से हिन्दू के विनाश की गाथा शुरू हुई ----------?  हिन्दुओ कि संपत्ति संस्कृति सम्मान और अवरु जो लुटाना शुरू हुई वो आज भी वॉ दस्तूर जरी है ! 977 में सुबुक्तगीन द्वारा आक्रमण ! 997 में गजनी के महमूद ! 1173 में मुहम्मद गोरी ! 1204 में बख्तियार खिलज़ी ! 1206  में क़ुतवुद्दीन ऐवक !1326 में मुहम्मद विन तुगलक !1357 में फ़िरोज़ शाह तुगलक !1398 में तैमूर सहित सैकड़ो लुटेरो आक्रमण कर्ताओ ने भारत को मनचाहे ढंग से लुटा और इन्ही अनवरत लुटेरो कि खेप के रूप में मुग़ल लुटेरो का बाप बाबर आया जिसकी पुस्ते देश को गुलाम बना कर शासन करती रही ! गुलामी में जीने के आदि होचुके हिन्दुओ ने अब समर्पण करना सीख लिया था ! तभी तो  ब्रिटिश शासको ने भी आसानी से भारत को गुलाम बनाया ! अखंड आर्यावर्त कि बात करना बेईमानी होगी क्यों कि भारत सिर्फ और सिर्फ लुटता पीटता और खण्डित होता अव सिकुड़ी हुयी सीमाओ में बंधा हुआ है !1876 में अफगान हमसे अलग हुआ !1904 में नेपाल हमसे बिलग होगया !1906 में भूटान हम  से अलग हुआ !1914 में हमने तिब्बत को खो दिया !1936 में ब्रम्हं देश म्यामार हमारा हिस्सा नहीं रहा ! 1947 पकिस्तान और बंगला देश हमसे अलग हुए !आने बाले दिनों में भारत कम से कम 10 और टुकड़ो में बिभाजित हो जायेगा जिसकी सुगबुगाहट पुरे देश में है आधा भारत इस्लाम और ईसाई हो चुका है और अलगाव वादी तकते उनको अलग वजूद के लिए प्रेरित कर रही है और हिन्दू ख़ामोशी से अपने टुकड़े टुकड़े होता देखा रहा है ! छदम छल के हम शादियों से शिकार हो रहे है उसका कारण है कि शायद अभी भी भारत बसी अपने को आज़ादी में जीने लायक नहीं मानते !भारत पाकिस्तान का बटवारा जातीय आधार पर हुआ पाक मुस्लिम देश बनगया परन्तु भारत सर्व धर्म सराय बनगया उसका मूल कारण है कि बिभाजन के बाद दोनों देशो के प्रधानमंत्री मुस्लिम ही हुए पाक में मुहम्मद अली जिन्ना और भारत में गयासुद्दीन गाजी के पोते जिन्हे सभी सम्मान से पण्डित जवाहर लाल नेहरु कहते है !जैसा कि रोमिंग जनर्लिस्ट के ब्लॉग में उल्लिखित है !गांधी कि हत्या किसी लालच या बैर का नहीं वल्कि गांधी के एक तरफा मुस्लिम प्रेम का परिणाम थी क्यों कि गांधी जिन्ना को 55 करोड़ रुपये सहित एक ऐसे कॉरिडोर देने कि वकालत कर रहे थे जिससे भारत का एक और विभाजन होना सुनिश्चित था !इसी भारत में निजाम हैदराबाद कि तानाशाही और अब अकबरुद्दीन ओबैसी के आतंक को हिन्दू  झेल रहा है !लाखो मस्जिद लाखो चर्च बने परन्तु लाखो हिन्दू मंदिर ढहां दिए गए !देश के भीतर हजारो मंदिरो में मुसलमानो का हजारो में सरकार का कव्जा है परन्तु सम्पूर्ण धरती में कही भी हिन्दू द्वारा किसी धर्म के निशानात पर कोई अतिक्रमण नहीं है !भारत में मुस्लिम दामाद जैसे रहता है जब कि किसी भी मुस्लिम देश में हिन्दू को वोट देने तक का आधिकार नहीं हिन्दू पूरी दुनिया के इस्लाम देशो में काफिर है !किसी देश में यदि कोई संकट आये तो उस देश के लोग स्वजातीय देश में शरण ले सकते है !परन्तु हिन्दू के लिए भारत के सिवा अन्य कोई ठिकाना नहीं !देश कि राजनीती में काँग्रेस के सहयोग से कानून में अपने हितो के अनुरूप संसोधन करबाए !फिर सपा के कंधो में सबार हो कर हिन्दुओ पर अत्याचार करबाया जो आज भी जरी है !तिलक तराजू कलम तलवार इनको मारो जूते चार चार का नारे देने बाली बासपा के सहयोगी मुसलमानो रास्ट् गान का अपमान करने पर गर्व महसूस करते है !आप नामक पार्टी तो जैसे मुसलमानो के कोख कि उपज है जो हिन्दू बिहीन काशमीर में वोटो को आधार मान कर  काशमीर पकिस्तान को सौपने कि वकालत करते है ! चतुर चालाक मुसलमान जनता मानता है कि घर में घुसकर ही उस पर कव्जा या बर्बाद किया जा सकता है इसी साजिश के तहत अब मुसलमानो में भाजपा के सर पर सबार होकर हिन्दुओ कि कब्र खोदने का बीड़ा उठाया है और संघ गैती फावडे का काम कर रही है ! आश्चर्य जनक है कि देश में 25 करोड़ कि जनसंख्या पार करने बाला मुस्लिम आज भी अल्पसंख्या है और हिन्दू मौन है !इतिहास गबाह है कि हिन्दुओ के साथ जितने छल हुए उतने आज तक कही किसी धर्म व देश में नहीं हुए !देश भूल गया गुरु गोविन्द सिंह के पुत्रो का दीवार में चुन वान हम क्यों भूल गए बाँदा वैरागी को जिनको उनकी खाल नोच नोच कर मारा गया उनके मुह में उनके ही लाडले का कलेजा ठूसा गया परन्तु ये डिगे नहीं बीके नहीं हरे नहीं !आज हिन्दू अपने हित कि बात करे तो कट्टर पंथी कहलाता है और मुसलमानो ईसाई कि लात खता रहे तो समाजबादी कहलाता है !धन्य धन्य है हिन्दू कि मौन आहुति जो अपने धान  धर्म आवरू कि रोज रोज दे रहा है फिर भी मस्त है सोचो ये मस्ती दुसरो कि कृपा पर कब तक !     धन्य थे वो सपूत --अब धन्य है ये कपूत !  जो दुःखद है !
                           सच कहना अगर वगावत है तो समझो हिन्दू महासभा बागी था बागी है बागी रहेगा !
                                                       कितना लूटो पीटो गे हिन्दू अव तो जागो रे जागो !

गुरुवार, 6 फ़रवरी 2014

           







           कह दो समुन्दर से हम ओश की बूँद है 
       दरिया कि तरह तुझसे मिलने नहीं आयेगे