सोमवार, 12 नवंबर 2012

  

1 टिप्पणी:

  1. डब्बू जी सादर प्रणाम
    आपकी चिन्ता जाय़ज है किन्तु सोचो हम न तो किसी दूसरे अपने भाई के विचार सुनते है न ही शेयर करते है, हमे एक वैचारिक क्रान्ति लानी होगी।हमें अपने विचारों को फैलाना होगा मै तुम्हारे ब्लागों के लिंक अपने ब्लाग पर दू आप मेरे लिकं अपने व अपने साथियों के ब्लाग पर दो हिन्दु विरोध करने बाले ब्लागों पर नजर रखते हुये तुरन्त माकूल जवाव दिया जाए तभी हम कुछ भारत माँकी सेवा शायद कर पाए।http://rastradharm.blogspot.in व http://ayurvedlight.blogspot.in/ कृपया पढ़े व पढाए औऱ पढ़ने के लिए लोगो को बताए

    जवाब देंहटाएं