बुधवार, 26 सितंबर 2012

सनातन धर्म को जब ,जिसने चाहा अवला की तरह लुटा घसोट़ा ,हिन्दू धर्म के ठेकेदारों की मौन और मुर्च्छा आज भी नहीं टूटी ! जब कि पुरे विश्ब में हिन्दू संस्कृति  को समाप्त करने की साजिश रची जा रही है ! गाव - गाव ,गली - गली , में धर्मान्तरण का खेल खेला जा रहा है  !  हिन्दू देवी देवताओ का अपमान जगह जगह  देखा जा सकता  है ,कभी शिव मूर्ति के सरपर पाव रख कर कोई फोटो खिचबाकर खुद को पापुलर करता है तो कोई अपने नंगे बदन पर भगवान् की फोटो गुदबा  कर धर्म का अपमान करते है ! धर्माधीशो का राजनैतिक करण ,और नेताओ का वेईमानी करण सनातन के सत्या नाश का प्रमुख कारन है ! हिन्दू कब तक कायर ,कबतक मौन ,रहे गा .............जागो रे हिन्दू अब तो जागो रे 

रविवार, 23 सितंबर 2012

                               

                             भारत के हिन्दू एवं हिन्दु संगठन जबाब दे 


{1} भारत के हिन्दू एवं हिन्दू संगठन क्या यह बता सकते है की आपनी धरती और संस्कृति पर यक्छ ,नाग,किन्नर,यवण,हुड ,मुग़ल,एवं अंग्रेजो द्वारा हमला कर बार बार भारत भूमि को गुलाम बनाने और गुलाम बनाने का कारन क्या था ..?......है ...? 

{2} भारत के ऊपर आज भी कई बिदेसी जातिया एवं धर्म के लोग बार बार हमले क्यू करते है ..?

{3} भारत के लोग जिन राजनैतिक पार्टियों को हिन्दुओ का शुभचिन्तक मान कर जनप्रतिनिधि के रूप में संसद एवं राज्य बिधान सभाओ में चुन कर भेजते है क्या वे शासन  में जाने के बाद हिन्दुओ के विकाश उन्नति एवं हितो की सुरक्छा के लिए पर्याप्त साधन सुबिधा एवं सुरक्छा प्रदान करते है क्या उन राज्यों में हिन्दू पूर्णतया सुरक्छित महसूस  है ..?
{4} कही हिन्दू अपनी बर्बादी ,गुलामी ,तबाही,अपमान के लिए स्वय तो दोषी नहीं है ..?
{5} हिन्दू होने के नाते यदि आप हिन्दुओ की समस्यओं का हल नहीं -तो आप स्वयं एक समस्या है -?.......झूठा गर्व नहीं सच्चा चिंतन करे .............?

 

मंगलवार, 11 सितंबर 2012

           श्री राम को भाजपा भगवान् नहीं सिर्फ बोट बैंक मानती है 

                                                                                                              
  राम मंदिर व हिन्दुत्व की जिन भाबनाओ  ने भाजपा की ताज पोशी की अपना निशंक  विशबाश  दे कर मजबूती दी उसके परिणाम विचारणीय  है 
   कुछ सवालो क़ा जवाब हिन्दू  जरुर चाहता है वो भी खुले मंच  से 


 {1}हिंदुत्व की रक्छा के लिए जिन हांथो ने कभी तलवार उठाने की बात की थी वो सत्ता मिलते ही चूडिया  पहन कर क्यू बैठ गये ...........?
{2} कल तक हिन्दू बाद का राग अलापने बाले क्या आज भी हिन्दू होने पर गर्व महसूश करते है ,हां तो इन्हों ने हिन्दू हित में क्या किया, नहीं तो क्यू नहीं..........?

{3} हिन्दू मंदिर को हिंदुओ हि से ही मस्जिद कहकर तुडबाने  की साजिश क्यू , हजारो कार्या  सेवको की मौत का ताना बाना बुनने बाले क्या बाकई हिन्दू हितैसी है ....?   जिन्होंने अपने सत्ता काल में राम सेतु को तोड़ने की मंजूरी दी ,अल्पसंख्यक आयोग का गठन कर उसपर भरी धनवर्षा की,हज यात्र में सब्सीडी बढी ,अमरनाथ यात्रियों की दुर्दशा हुई ,कश्मीरी पंडितो पर जुल्म हुए और इन्हों ने हिंदुओ को दो शंकराचार्य का उपहार भी दिया -सह्नाबाज हुसेन -मुखतार अब्बाश नकवी जो सनातन की व्याख्या करते है !
{4} राम मंदिर निर्माण के नाम पर आस्था का इकट्ठा हुआ अनुमानित कम से कम चौदा सों करोड़ रूपया कौन डकार गया इसपर हिन्दू बादी तिकड़ी  *भाजपा ,आर .एस .एस,और विशव हिन्दू परिसद * का मौन संदेहास्पद है ..................................................?


जब चुनाबी बिगुल बजने को है तो पुनः इन को श्री राम उनका मंदिर और हिन्दू याद आने लगे अगर इस तिकड़ी ने इन सवालो के जवाब नहीं दिए तो हिन्दू खुद इनको करारा जबाब देगे 

शुक्रवार, 7 सितंबर 2012

                         संसद के बाहर बहुत हुआ झाड़ू पोछा 
                        अब भीतर की बारी है .जागो रे जागो 
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मौन तोड़ संकोच छोड़ कह दो साथी चौराहों में अब अपनी  तैयारी है !

अनुभव हीन, अशिक्षित ,अपराधियों का जमाबडा सांसद से चपरासी तक ,आरक्षण के गलत नीतियों की देन  है ! देश में जातीयता का जहर बोने बाले मठाधीशों  के स्वार्थ का जहर ही है ,जिसकी ज्वाला में ज्ञान विज्ञान ,दम तोड़ रहा है  और देश धीरे धीरे  गृह युद्ध की और अग्रसर हो रहा है ! इतिहास  की अनदेखी करके वर्तमान और  भाविष्य का ताना बना नहीं बुना जा सकता ,
                               हिन्दुओं  भ्रम नहीं पालो     


             
                             
     "जागो जागो हिन्दुओं आज जगाने आये है ,आज सोने और 
                                 कल रोने का काम नहीं  
            बरना भरत  भूमि में कल होगा हिन्दू तेरा नाम नहीं "

                     "हिन्दू  बिलुप्तता की ओर  अग्रसर "
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भारत आने बाले दिनों में जातीय कुनवो का टापू बन जयेगा जिस की सीमाये जातीय बहुलता और  बाहु बल से निर्धारित होगी ,
यह कोई भविष्य वाणी नहीं ये इतिहास  की गवाही का वह निर्णय है जिस  के समर्थक जातिवादी  नेताओ के स्वार्थपूर्ण रवैये है ,भरत भूमि हमेशा से लुटती -बटती रह गयी और हमारे धार्मिक ,सामाजिक,
राजनैतिक  मठाधीश हमेशा से ही देश को गुमराह कर अपना स्वार्थ सिद्ध करते रहे है , आज मै  इस विचार के माध्यम से देश के सम्पूर्ण  
धार्मिक ,सामाजिक,राजनैतिक एवं मिडिया को खुले मंच पर 
आमन्त्रित कर जानना और बताना चाहता  हु की हिन्दू सहित देश  की  दुर्दशा का इतिहाश  क्या कहता है वर्त्तमान क्या है और भविष्य 
क्या होगा ,परन्तु स्वार्थ परता ने इन्हे ऐसी बातो को नजर अंदाज  करने की भारी शक्ति दी है ,और इनकी यही मूक शक्ति  हमारे
                                 विनाश का मूल कारन है !



                       



भारत ने ज्ञान दिया और उसी ज्ञान से विज्ञान  का विस्तार हुआ ये बातसर्व मान्य सनातन ,पुरातन , है  हमारे देश  की  संस्कृति से दुनिया ने ज्ञान सीखा और हमारे देश ने पूरी दुनिया से नग्नता,छल,
मक्कारी,सीखी  जो विचारनीय है !कुछ जज्बाती मुट्ठी भर लोग 
जिनका जमीर अभी मारा नहीं है ,उनको चिंतन करना होगा 
देश को जगाना होगा ! हिन्दू  है तो हिन्दुस्तान है बरना ये भी एक पकिस्तान है ? यदि भारत का पाकिस्तान से    युद्ध हुआ तो भारत को 
सीमा और सीमा के भीतर भी पकिस्तान से लड़ना होगा जो साफ़ साफ़ सरे संसार को नजर आता है !सिर्फ अंधे नेताओ को छोड़ कर ...?


बुधवार, 5 सितंबर 2012

             
         आपका
देवेन्द्र पाण्डेय "डब्बू जी "
     










     











   

रविवार, 6 मई 2012

    भटके हुए राही को मंजिल मिल ही जाती है
गुमराह तो वो  है जो घरो से निकलते ही नहीं


लीक लीक गाड़ी चले लीकय चले  कपूत
लीक छोड़ तीनो चले
सायर सिंह सपूत

दिल में जो जख्म है
ओ सब फूलो के गुच्छे है
हमको पागल ही रहने दो
हम पागल ही अच्छे  है


संघर्षो के साए में असली
आजादी पलती है
इतिहास धर मुड़ जाता है
जिस और जवानी चलती है

     आपका
देवेन्द्र पाण्डेय "डब्बू जी "

शुक्रवार, 4 मई 2012

     
नाथू राम बिनायक गोडसे
महान थे यदि  ये  गाँधी को
गोली नहीं मरते तो
आज़ादी के साथ ही
 
सम्पूर्ण भारत
गुलाम हो जाता क्यू  की
गाँधी मुस्लिम हीतैसी  थे
और नेहरु सत्ता लोभी फिर
सच्चा हिन्दू क्या करता
नाथूराम ने जो किया क्या गलत था ...
सोचो हिन्दुओ सोचो ..
हिन्दू कायर नहीं सपूत था.है.और रहेगा
जयहिंद वंदेमातरम जयहिंद


भारत का बट्बारा एक मुस्लिम रास्ट्र
की जिद पे हुआ तो दूसरा हिन्दू रास्ट्र
बनाना चाहिय था परन्तु दुखद
एक मुस्लिम और दूसरा
सर्व धर्म सराय बनगया
क्यों ..........................
उससे भी दुखद दोनों देसों के प्रथम
प्रधान मंत्री मुसलमान ही हुए
पकिस्तान में जिन्ना
भारत में गयासुद्दीन गाजी का
पोता 'यानी नेहरु'
आखीर कबतक हिन्दू ठगा जाता रहेगा
कबतक सोचो कबतक ........................


    आपका
देवेन्द्र पाण्डेय "डब्बू जी "