बुधवार, 31 जुलाई 2013

भारत के बयान वीर धन्य है एक बोलता है दूसरा बोलने पर बोलता है तीसरा चौथा पाचवा  पहला लगता तार एक दूसरे के बयान पर बयान बाह रे हु . आ …हु …आ 
देश के विकाश पर कभी ऐसी चर्चा नहीं होती जैसी फालतू बातो के टिप्पणी पर टिप्पणी और फिर टिप्पणी पर लगातार हप्तो टिप्पणिया होती है जिनका देश समाज विकाश से कोई लेना देना नहीं होता धन्य है देश की १२० करोड़ खामोश जनता और गिनती के टिप्पणी बाज सब भूल गए की भारत ने हमेशा कम बोल कर और सार्थक पहल से ही इतिहाश बनाया है हु . आ …हु …आ…. से कभी किसी का भला नहीं हुआ न देश का न जनता का फिर ये बात इन बयान वीरो टिप्पणी बाजो के भेजे में क्यू नहीं घुसती ?

शुक्रवार, 26 जुलाई 2013

देश का युवा इतिहाश को पूरी तरह भूल चुका है उसको शहीदों की कुर्वानी और कस्ट का अह्शास नहीं युवाओ को विकाश की कहानिय सुनाकर विकाश की दौड़ के नाम पर इतिहाश को भुलने मजबूर किया जा रहा है !  आने बाले दिनों में संवेदना हिन् होते समाज को बांधना मुस्किल हो जायेगा क्यू की बिना बाप के पैदा होने बलि नस्ल जो टेस्ट टूव या बीजा रोपण से पैदा होगी उनमे रिस्तो की संवेदनाये नहीं होगी ,फैशन के दौड़ में आगे निकलने की ललक और पैसा कमाने की भूख के परिणाम समाज के बुजुर्गो को सम्मान नहीं दिला पाएगा ! जो धर्म प्रधान देश के लिए ठीक नहीं ! आधुनिकता जरुरत है परन्तु इतिहाश का अंत कर के नहीं बल्कि इतिहाश के सम्मान सहित देश का नव निर्माण होना जरुरी है ! देश में राजनीती की हबश में राष्ट्र निति खत्म हो रही है जो चिंतनीय है ! देश के युवाओ को इतिहाश ,आधुनिकता ,एवं राजनीती का सामंजस्य बैठने आगे आना होगा 
बटाला इन काउन्टर बाम्बे ब्लास्ट संसद पर हमला कश्मीर से कन्या कुमारी तक आतंकी नक्शली हमले क्या बोटो की राजनीती के लिए फर्जी करार दिए जायेगे बड़े शर्म की बात है की देश की गली गली  में राजनीती  है राष्ट्र नीति  का सर्वत्र अभाब है जो दुखद है 

मंगलवार, 23 जुलाई 2013



विशव गुरु भारत में  सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभ कामनाये देते हुए मैंने सोचा आज अपने आदर्श गुरु से आप सबको परचित करबा दू जिन पर सरे देश को गर्व है 
हिन्द

गुरुवार, 18 जुलाई 2013

 बेशर्मी की सारी सीमाये लाँघ गए देश के पथ दर्शक धर्म से लेकर हत्या और बच्चो की मौत तक राजनीती का खेल घ्रणित है राम मंदिर की ठगी ,दिल्ली से लेकर गाव तक बलात्कार की घटना ,केदारनाथ में दैवीय प्रकोप या बिहार में बच्चो की जहरीले खाने से मौत का मामला हो कही किसी मामले में किसी को कोई दुःख नहीं सभी राजनीती के खेल में खेद व्यक्त कर अपना चेहरा दिखा रहे है क्या होगा सम्बेदन हीन भारत का ?

शनिवार, 13 जुलाई 2013







हिन्दू हु मै  हिन्दू हु मै  आज फिर हिन्दू हु आखिर मोदी और भाजपा को ये बात बार बार क्यू बोलनी पड़रही  है कही ये चोर की दाढ़ी में तिनका तो नहीं ,हिन्दू बाद को तिलांजलि दे चुके नेताओ को क्या अब सेकुलरटी में राजनीतिक फ़ायदा नजर नहीं आता ,क्या ये फिर कालनेमि का रोल प्ले करने की तैयारी में है ,हिन्दू सतर्क रहो जागो रे जागो 

सोमवार, 8 जुलाई 2013







कभी ध्रुव नारायण सिंह का लैला मजनू का खेल कभी बिधान सभा के अन्दर अश्लील फिल्म देखते बिधायक कभी युवाओ की इज्ज़त लुटते मंत्री बह रे चरित्य हीन भाजपा तुझे धिक्कार है