गुरुवार, 31 अक्तूबर 2013


































भारत में हिन्दू सिर्फ और सिर्फ बोटर बनकर रहगया है देश कि राजनीती का आधार जातीय हो गया है देश धेरे धीरे गृह युद्ध कि और अग्रसर हो रहा है ये सारी दुनिया और देश के सरे नेता देख जान रहे है फिर भी स्वार्थ सिद्धि कि लालशा बस कभी अगड़ा पिछड़ा अल्प संख्या तो कभी गरीबी अमीरी कि नफ़रत से देश को कमजोर करने का षड्यंत्र रच रहे है जो चिन्तनीय है भारत को सर्वधर्म सराय नहीं बल्कि हिन्दू रास्ट्र बनाकर तथा संबिधान में देश के हर नागरिक कि जबाब देहि का निर्धारण करने के साथ हिन्दुओ में सम्प्रदायों का भेद ख़तम कर के ही देश को शर्वशक्ति साली बनाया जा सकता है इस के लिए हिन्दुओ को चिंतन करने कि जरुरत है कि किस नेता व पार्टी ने उसके साथ कब कब दगा किया किनसे शतर्क रहने कि जरुरत है जागरूक हिन्दू ही देश को मजबूती दे सकता है लोभियो से हिन्दू साबधान हो                                              जागो रे जागो

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