सोमवार, 20 जनवरी 2014

दुःखद है शर्मनाक है कि कोई सरकार बनाने कोई गिराने के लिए लड़ रहे है कोई भ्रस्टाचार मिटने कोई भ्रस्टाचार के लगे आरोपो को मिटने के लिए लड़ रहे है कोई बिजली कोई पानी कोई नौकरी कोई व्यापार देने के नाम पर आन्दोलन कर रहा है कोई इज्जत लुटाने कोई लुटाने का आरोप एक दूसरे पर लगा रहा है देश का हर नेता एक दूसरे पर आरोप लगता है खुद को दूसरे से बेहतर बताता है और अपना सत्ता लोभ साधने में लगा है कभी नेता बदलता है कभी मुद्दे बदलते है देश का दुर्भाग्य् है कि नेताओ कि नियत कभी नहीं बदलती राजनीती पर रोज रोज दिन भर डिवेट देखने को मिलती है लेकिन रास्ट्र नीति पर कभी कोई चर्चा नहीं होती ना ही किसी पार्टी के ये एजेंडा ही होता है देश खंडित होता जा रहा है हिन्दू गोत्रो में बटता जा रहा है पडोसी दुशमन हमारे देश कि सीमाओ को संकुचित करते जा रहे है और देश के नेता सत्ता लोभ में मस्त जनता और देश त्रस्त है जिस पर देश के युवाओ को चेतना होगा बर्ना भारत भारत नहीं भरता बनजायेगा और पछताने का भी मौका नहीं मिलेगा हिन्दू जागो हिन्दू महासभा के साथ देश हित में कदम से कदम मिलो 

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