मंगलवार, 9 मई 2023

   5 वर्ष में 41.621 महिलाओं को गुजरात में कौन निगलगया ।

कौन है जिस के कारण ये मुमकिन है….?


बेटी पढ़ाओ - बेटी बचाओं
भाजपा का सत्य या बेटियों का राम नाम सत्य



NCRB कोई देवेन्द्र पाण्डेय की प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी नहीं,(NCRB अर्थात NATIONAL CRIME RECORDS BUREAU- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ) यह भारत सरकार की संस्था है ।


राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की स्थापना टंडन समिति, राष्ट्रीय पुलिस कमीशन (1977-1981) तथा गृह-मंत्रालय के टास्क फोर्स की सिफ़ारिश के आधार पर, अपराध और अपराधियों की सूचना के संग्रह एवं रख-रखाव (Repository) के रूप में कार्य करने हेतु 1986 में की गई थी जिससे कि अपराध को अपराधियों से जोड़ने में सहायता मिल सके। तदनुसार, वर्ष 2009 में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो को अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क एवं सिस्टम (सीसीटीएनएस) परियोजना की मॉनिटरिंग, समन्वय तथा कार्यान्वयन की ज़िम्मेदारी सौंपी गई।  देश में यह परियोजना लगभग 15000 पुलिस स्टेशनों तथा देश के 6000 उच्च कार्यालयों को जोड़ती है।

(NCRB अर्थात NATIONAL CRIME RECORDS BUREAU-राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो

के मुताबिक़ साल 2016 में 7.105, साल 2017 में 7.712, साल 2018 में 9.246, और साल 2019 में 9.268, महिलाओं के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज हुई है । साल 2020 में 8.290, महिलायें मात्र एक राज्य गुजरात से लापता हुई है । ( पाँच वर्षों में लगभग 41.621 महिलाओं के लापता होने के आकड़े है जब की हजारो बिना रिकॉर्ड या जिनकी रिपोर्ट नहीं लिखी जाती उनकी गिनती इसमें शामिल नहीं है ) गुजरात प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा साल 2021 में विधान सभा में दिये गये वयान के अनुशार गुजरात के मात्र एक शहर वड़ोदरा से साल 2019-20 में 4.722 महिलाओं के लापता होने की पुष्टि की थी । 


ज्ञात हो की गुजरात इस समय भारत का सब से शक्तिशाली राज्य है जहाँ लगातार 28 वर्षों से भाजपा की सरकार है और भारत के प्रधानमंत्री मा. नरेंद्र दामोदर भाई मोदी तथा भारत के गृहमंत्री मा. अमित शाह जी का गृह प्रदेश भी है । सोचने की बात है जब महिलायें यहाँ सुरक्षित नहीं तो फिर कहा …..?


भारत का कोई भी राज्य आज महिलाओं के लिये सुरक्षित नही है, जहाँ अखबार विज्ञापनों से भरे पटे रहते है दिवारो को नारी उत्थान के स्लॉगनों से रंगदिया जाता है, हजारो करोड़ का फण्ड नारी उत्थान के लिये सरकारे खर्च करती है फिर भी ये परिणाम चिंता करने बाले है ।

क्यों नहीं खोजी जाती लापता महिलायें…?
आखिर कहा गुम हो जाती है बहन बेटिया…?
जो फण्ड महिला उत्थान में खर्च हो रहा है वह वे असर क्यों है…?
महिला तस्करी / हत्या / शोषण / या उनका व्यापार /  मानव अंगो की तस्करी
कौन कर रहा है,  जिसके सामने सरकार भी लाचार दिखती है ….?
जवाब कौन देगा….?


कर्नाटक विधान सभा चुनाव में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी मुल्लो के अत्याचार का शिकार हिन्दू लड़कियों की दुर्गति पर बनी फिल्म केरला का प्रचार करते है क्यों की उन्हें हिन्दू मुस्लिम के नाम पर वोट चाहिये । हर राज्य के चुनाव से पहले अब एक फिल्म रिलीज़ होती है कभी कश्मीर फ़ाईल तो कभी केरला और जानता इन फिल्मो को देख कर वोट देती है । लेकिन ऐसी स्थिति हिंदुओ की हुई क्यों और क्यों हो रही है इसका जुम्मेदार कौन है इस बात पर चिंतन - चर्चा कभी नहीं होती ।

हिन्दू अपनी दुर्गति पर बनी फिल्म देखो फिल्मकारो को आरवपति बनाओ, सत्ता का ध्रुवीकरण करो परन्तु कभी कभी अपनी सत्यता और भारत की स्थिति जो अंत की और अग्रशर है उसका भी अंकलन करो ।


स्वाभिमानी, देशभक्त, जिन्दा हिंदुओ जागो

जो जुम्मेबार है उनसे जवाब लो  / जो दोषी है उन्हें जवाब  दो। 

दोषी कौन ……?





           आपका
देवेन्द्र पाण्डेय "डब्बू जी "

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